Tuesday, April 23, 2024
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हिमाचल : SDM कार्यालय, 2 साइबर समेत 18 थाने-चौकियों को किया बंद

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Breaking News आपको बता दे की Himachal Pradesh की Sukhwinder Singh Sukhu government का पूर्व BJP government के कार्यकाल में खोले कार्यालयों को बंद करने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को two SDM offices, two cyber समेत 8 police stations और police posts बंद कर दिए।

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पको बता दे की बंद किए गए दोनों SDM offices District Kangra में Jaswan Paragpur assembly constituency में Rakkar and Kotla Behad में खोले जाने थे। सामान्य प्रशासन विभाग ने इन्हें denotified कर दिया है।

Dharamshala Mandi Bilaspur Shimla Sirmaur Kangra

बड़ी खबर आपको बता दे की पुलिस विभाग से शुक्रवार को जारी आदेशों के तहत Dharamshala and Mandi Cyber Station, Bilaspur AIIMS स्थित Brahmapukhar Police Station, Police Station Sanjauli District Shimla और Pandoh District Mandi के अलावा DSP Shillai District Sirmaur, DSP Shahpur District Kangra को बंद कर दिया है।

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आपको बता दे की पुलिस चौकियों में Rewalsar, Bagsiad, Dehar, Gadagushaini, Ladbhadol, Balichowki in Mandi district, Dheera in Kangra district, Thural, Bhojangar in Solan, Bijhari and Bhota in Hamirpur district को denotified की है।

Congress government of Himachal Pradesh अब तक भाजपा सरकार में खोले गए या अधिसूचित किए गए विभिन्न विभागों के 524 कार्यालयों को बंद कर चुकी है। उधर, Chief Minister प्रकोष्ठ स्थित Thunag के कार्यालय संचालन के लिए विभिन्न श्रेणियों के सृजित 5 पद सरकार ने तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए हैं।

संस्थानों को निरस्त करना गैरकानूनी : भारद्वाज (Cancellation of institutions illegal: Bhardwaj)

आपको बता दे की former minister Suresh Bhardwaj ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर पूर्व सरकार के समय खोले गए संस्थानों को डिनोटिफाई एक नकारात्मक राजनीति की शुरूआत की है। ब्यूरोक्रेसी किस प्रकार से सरकार पर हावी हो रही है। सरकार के इस कदम को गैर कानूनी और असंवैधानिक करार दिया है।

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हिमाचल कांग्रेस तो लुभावने वादे कर सत्ता में आई थी, लेकिन जो अभी तक अपने मंत्रिमंडल का गठन नहीं कर पा रहे हैं, वो लोग एक सरकारी आर्डर निकाल कर कैबिनेट के निर्णय निरस्त कर रहे हैं।

जिन अधिकारियों ने कुछ दिन पहले कैबिनेट के लिए इन संस्थानों को खोलने के बारे में एजेंडा तैयार किया था और सारी औपचारिकताएं पूरी की थी। वही अधिकारी आजकल चिट्ठियां निकाल कर जनता के हित में खोले संस्थानों को बंद करने में लगे हैं ।

इससे पता चलता है कि ब्यूरोक्रेसी किस प्रकार से सरकार पर हावी हो रही है। हर नई सरकार से जनता को उम्मीदें होती हैं। लोकतंत्र और संविधान की दुहाई देने वाली कांग्रेस खुद इसका अपमान और दुरुपयोग कर रही है।

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